हंटरगंज (चतरा)। हंटरगंज प्रखंड के उरैली गांव में चार दिन पूर्व हुए अति वृष्टि के कारण कई आहर क्षतिग्रस्त हो गए। जिसमें सबसे ज्यादा नुकसान उरैली बुढ़वा आहर के नाम से प्रसिद्ध है उसमें हुआ। इस आहर में कई जगहों पर दरार पड़ गई और एक जगह आधा पिंड टूटकर बह गया है। जिसके कारण आहर का पानी भी बह गया और पिंड़ के टूटने से लोगों को आवागमन में परेशानी हो रहा है। इस संबंध में मुखिया संजय सिंह एवं पंचायत समिति सदस्य रिता देवी ने अंचल अधिकारी तथा प्रमुख ममता कुमारी से आहर की मरम्मती आपदा प्रबंधन से करवाने की मांग की है। इस दौरान बताया कि इसी आहर से किसानों की फसल की बुआई और रोपाई तथा समय-समय पर सिंचाई किया जाता था। साथ ही पिंड रास्ता के रूप में काम दे रहा था। ऐसे में पिंड टूट जाने से खासकर बच्चों को स्कूल जाने मुश्किल हो गया है। पंचायत समिति सदस्य ने बताया कि आहर का निर्माण नहीं हुआ तो बारिश होने के बाद सारा पानी बहकर लीलाजन नदी में चला जाएगा और किसानो को भारी क्षति होगी। इस संबंध में स्थानीय मुखिया ने बताया कि मुखिया का फंड में डेढ़ वर्षाे से राशि नहीं आ रहा है। जिसके कारण मरम्मती का कार्य नहीं किया जा सकता है। वही आपदा प्रबंधन से इसे बनवाने का आश्वसन दिया है।