न्यूज स्केल डेस्क
रांची/रामगढ़ (झारखंड): शनिवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रामगढ़ जिले के गोला प्रखंड अंतर्गत अपने पैतृक गांव नेमरा पहुंच कर कुल देवता की पूजा करने के साथ बाहा पूजा और सरहुल पर्व समारोह में शामिल हुए। इससे पहले हेलीकॉप्टर से गांव पहुंचने पर जिला बल ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया और गांव में पारंपरिक संथाली परिधान में महिलाएं सिर पर जल से भरे लोटे, फूल और आम के पत्ते लेकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। फिर जाहेर स्थान (पूजा स्थल) पर मुख्यमंत्री ने ग्राम देवता (कुल देवता) की विधिवत पूजा की और ग्रामीणों के साथ बाहा पूजा में शामिल हुए।
इस दौरान मीडिया से बात करते हुवे मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहा पूजा और सरहुल पर्व झारखंड के आदिवासियों के प्रमुख त्योहार हैं। उन्होंने राज्य और देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं भी दी। साथ ही सीएम आदिवासी महिलाओं के साथ सरहुल पर्व मनाने के साथ पारंपरिक नृत्य किया और ढोल-नगाड़े भी बजाए। कार्यक्रम में विधायक ममता देवी, मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन, पूर्व विधायक सह बीजेपी नेत्री सीता सोरेन, मुख्यमंत्री की मां रुपी सोरेन और जिला परिषद सदस्य रेखा सोरेन आदि शामिल थे।
वहीं इस दौरान बीते दो वर्षों से हेमंत सोरेन और झामुमो से दूरी बनाने वाली उनकी भाभी सीता सोरेन भी इस बार नेमरा पहुंचकर परिवार से मिलने के साथ पूजा में भी शामिल हुईं। दूसरी ओर सीता सोरेन के नेमार पहुंचने और परिवार से मिलने की राजनीतिक गलियारे में खूब चर्चा हो रही है। साथी इसके अलग अलग मायने निकले जा रहे हैं।