बांग्लादेश से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपनी जिम्मेदारी निभाने को भारत ने शुक्रवार को कहा है। विदेश मंत्रालय का कहना है कि हिंसा और उकसावे की बढ़ती घटनाओं को केवल मीडिया की अतिशयोक्ति कहकर खारिज नहीं किया जा सकता। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “जहां तक बांग्लादेश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की स्थिति का सवाल है, हमने अपनी स्थिति बहुत स्पष्ट कर दी है।
अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए बांग्लादेश से कदम उठाने का आह्वान
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत ने बांग्लादेश सरकार के साथ हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर खतरों और लक्षित हमलों को लगातार और दृढ़ता से उठाया है। अंतरिम सरकार को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। उन्होंने चरमपंथियों की ओर से अल्पसंख्यकों के खिलाफ बयानबाजी बढ़ने पर भी चिंता जाहिर की है। प्रवक्ता ने कहा कि हिंसा और उकसावे की बढ़ती घटनाओं को केवल मीडिया की अतिशयोक्ति कहकर खारिज नहीं किया जा सकता। हम बांग्लादेश से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाने का आह्वान करते हैं।
चिन्मय प्रभु और 16 अन्य के बैंक खाते फ्रीज
उधर बांग्लादेश वित्तीय खुफिया इकाई (बीएफआईयू) ने इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस (इस्कॉन) बांग्लादेश से जुड़े 17 लोगों के बैंक खाते फ्रीज करने का आदेश दिया है, जिसमें इसके पूर्व नेता चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी भी शामिल हैं। देश के केंद्रीय बैंक की एक शाखा बीएफआईयू ने बैंकों और वित्तीय संस्थानों को यह निर्देश भेजा है, बीएफआईयू के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया।
पीएम मोदी भी जता चुके हैं चिंता
उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश में तख्तापलट के पहले से ही अल्पसंख्यकों पर हमलों की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। हाल ही में वहां हिन्दू धर्माचार्य की गिरफ्तारी भी बड़ा मुद्दा बनी थी। भारत लगातार बांग्लादेश से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का मुद्दा उठाता रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसपर अपनी चिंता जाहिर की है।