इंदुमति टिबड़ेवाल सरस्वती विद्या मंदिर में समारोहपूर्वक मनाई गई तुलसी जयंती

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न्यूज स्केल संवाददाता
चतरा। जिला मुख्यालय में दीभा स्थित इंदुमति टिबड़ेवाल सरस्वती विद्या मंदिर में 10 अगस्त को गोस्वामी तुलसीदास की जयंती श्रद्धा एवं भक्ति के साथ मनाई गई। तुलसी दास की जयंती वैसे तो 11 अगस्त को है। लेकिन रविवारीय अवकाश होने के कारण समारोह का आयोजन एक दिन पूर्व किया गया। इस अवसर पर शिशु मंदिर खंड के कक्षा द्वितीय से तृतीय तक के भैया-बहनों के लिए सुलेख प्रतियोगिता व कक्षा चतुर्थ से पंचम तक के लिए चित्रांकन प्रतियोगिता व विद्या मंदिर खंड के कक्षा षष्ठ से दशम तक के भैया-बहनों के लिए निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में हिंदी के वरीय आचार्य डॉ. उदय कुमार पांडेय व विद्यालय जयंती विभाग प्रमुख व हिंदी के वरीय आचार्य चंद्रमोहन मिश्र ने तुलसी दास की चित्र पर मल्यापर्ण एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की। उसके बाद विद्यालय के बच्चों ने तुलसी दास के चरित्र पर प्रकाश डाला। आचार्य सिद्धेश्वर गोस्वामी व आचार्य पंकज पांडेय द्वारा रामायण प्रसंग से जुड़ी एकल गीत की प्रस्तुति दी गई। छात्राओं ने भजन मानस पाठ तथा हनुमान चालीसा का सस्वर पाठ किया। आचार्य उदय कुमार पांडेय ने अपने संबोधन में तुलसी दास की जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनकी महानता की व्याख्या की। साथ ही उन्होंने बच्चों से भगवान राम के बताए आदर्शों पर चलने की अपील की। वहीं आचार्य ने कहा महर्षि तुलसीदास आर्थिक, मानसिक, पारिवारिक व सामाजिक दुःख दर्द को झेलने के बावजूद भी सकारात्मक सोच के साथ अपना कार्य करते गए और कालांतर में संसार का सबसे बड़ा ग्रंथ रामायण की रचना की। सभी के प्रति आभार व धन्यवाद ज्ञापन करते हुए वरीय आचार्य सुनील सिंह ने तुलसीकृत रामचरितमानस ग्रंथ रखने की सलाह दी। कार्यक्रम का संचालन दशम अ की बहन दीपशिखा ने किया। इस आशय की जानकारी विद्यालय के मीडिया प्रभारी मनीष कुमार ने दी।