झारखण्ड/गुमला: घाघरा थाना क्षेत्र के तुंजो गांव में बीते शुक्रवार को हुए दो समुदाय के बीच में हिंसक झड़क के बाद दूसरे दिन शनिवार को जिला प्रशासन व प्रखंड प्रशासन के नेतृत्व में दोनों गांव के लोगों के बीच समझौता बैठक किया गया बैठक में सर्वसहमति से निर्णय लिया गया कि कुछ लोगों के आपसी विवाद के कारण दो गांव के बीच में अशांति का माहौल नहीं बनने देंगे। ऐसे लोगों को चिन्हित किया जाएगा और गांव में आपसे सौहार्द बनाकर जीवन यापन करेंगे। दोनों समुदाय से पाँच पाँच लोगो का नाम चयन किया गया जो किसी भी विवाद का ग्रामीण स्तर पर निपटारा करेंगे या प्रशासन को जानकारी देंगे। बैठक में सीडीपीओ सुरेश प्रसाद यादव बीडीओ दिनेश कुमार के द्वारा ग्रामीणों से बातचीत किया गया जिसके बाद गांव वालों को बताया गया कि आपसी सौहार्द बिगड़ने के लिए कुछ सामाजिक तत्व लगातार प्रयास करते हैं लेकिन ऐसे लोगों के चंगुल में ना फंसकर भाईचारगी से जीवन यापन करेंगे ताकि एक बेहतर समाज का परिकल्पना किया जा सके। बैठक में ग्रामीण ने कहा अचानक घटित घटना से मारपीट का घटना हुआ है हम लोगों को इस पर कोई आपत्ति नहीं है आने वाले दिनों में दोनों समुदाय के लोग भाईचारगी से रहेंगे। आने वाले समय में किसी भी तरह का विवाद होने पर पूरे घटनाक्रम का सूचना थाना को देंगे। गांव के युवा तेज गति से बाइक चलाने वाले को चिन्हित कर इस पर कार्रवाई के लिए थाना को सूचना देंगे। बाकी गांव के युवा हो या फिर बुजुर्ग सभी अपने-अपने काम में ध्यान मग्न होकर कृषि का कार्य करेंगे बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि साप्ताहिक घाट में जुआ खेलने व शराब बिक्री को लेकर भी रोक लगाया जायेगा जो लोग ऐसे कार्य में शामिल होंगे उनके ऊपर कानूनी कार्रवाई के लिए थाना व पुलिस अधीक्षक महोदय को सूचना देंगे। बैठक में मुख्य रूप से अरुण कुमार पांडे, थाना प्रभारी तरुण कुमार, इंस्पेक्टर प्रमोद कुमारz जिला परिषद सदस्य के तेतरू उरांव, हसमुद्दीन अंसारी, कलीम अंसारी, बैतूल खान, साबिर खान, हफीजुल रहमान, मुख्तार खान, निरंजन शेखर, सवाना भगत, केशव उरांव, लक्ष्मण उरांव, लालमणि देवी, शेखर, सूरज मुनि देवी, नीलमणि देवी, रतिया उरांव, जहबी देवी, घुड़ा उरांव, सोमारी देवी, सहित सैकड़ो ग्रामीण उपस्थितथे।