* घाघरा थाना क्षेत्र में तेजधार हथियार से सर में वार कर हत्याकांड को दिया गया अंजाम – प्रथम दृष्टया में डायन-बिसाही का आरोप की आशंका – पुलिस टीम ने तहकीकात शुरू की*

0
142

झारखण्ड/गुमला -घाघरा थाना क्षेत्र के डुको गांव में सोमवार को उसी गांव के अधेड़ महिला सावित्री देवी 60 वर्ष की अज्ञात अपराधियों ने धारदार हथियार से सर में वार करके हत्या कर दिया। हत्या की जानकारी जैसे ही घाघरा पुलिस को मिली शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल गुमला भेज दिया है। घटना के संबंध में मृतक के पति सीताराम महतो ने बताया कि वह बैल चराने के लिए गया था। जैसे ही वह घर लौटा तो देखा घर बाहर से बंद है।घर का दरवाजा खोलकर अंदर जब घुसा तो उसकी पत्नी जमीन पर गिरी हुई थी और खून से लथपथ थी और उसकी मौत हो चुकी थी। इसके बाद वह स्थानीय मुखिया के माध्यम से घाघरा थाना को सूचना दिलाया। इधर थाना प्रभारी पूरे मामले की पड़ताल में जुट गए हैं और अलग-अलग बिंदुओं पर जांच भी कर रहे हैं। थाना प्रभारी तरुण कुमार से पूछे जाने पर उन्होंने कहा की हत्या की सूचना पर सावित्री देवी का शव बरामद किया गया है। फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है, हत्या किन कारणों से हुआ है यह अभी स्पष्ट नहीं है,लेकिन जांच के बाद जो भी दोषी होंगे उसे जेल के सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।

*डायन बिसाही के संदेह में हत्या होने की आशंका*
डायन बिसाही के संदेह में हत्या किए जाने की आशंका जताई जा रही है सावित्री के आस-पड़ोस के लोग उसकी हत्या के बाद भी उसके घर के पास नहीं आ रहे थे। सभी लोग दूर-दूर से खड़ा होकर देख रहे थे। दबे जुबान लोग कह रहे थे कि डायन के आरोप में आखिरकार सावित्री को मार ही दिया गया। हालांकि ग्रामीण स्पष्ट रूप से कुछ भी कहने से इनकार कर रहे थे।

*4 वर्ष पूर्व भी डायन बिसाही के आरोप में किया गया था मारपीट*

4 वर्ष पूर्व भी डायन बिसाही का आरोप लगाकर सावित्री व उसके पति के साथ गांव के कुछ लोगों ने मारपीट किया था। जिसके बाद दोनों ही पति-पत्नी थाना पहुंचकर लिखित शिकायत थाना में दिया था, लेकिन बाद में पूरे मामले को गांव में ही पंचायती करके दबा दिया गया था। जिसका नतीजा यह है कि आज सावित्री को अपना जान देकर चुकाना पड़ा। डायन बिसाही का आरोप में मारपीट करने का आरोप गांव के ही लोगों के ऊपर सावित्री व उसके पति के द्वारा लगाया गया था।

*मृतक सावित्री के दोनों बेटे बाहर कमाने गए हैं*
मृतक सावित्री के दो बेटे और एक बेटी है।दोनों ही बेटे का शादी हो गया है और बेटी की भी शादी हो गई है। सावित्री की हत्या के बाद दोनों बेटा अपनी मां का अंतिम दर्शन भी नहीं कर पाए। दोनों बेटा बाहर ईट भट्ठा कमाने के लिए चले गए हैं। वही बेटी बगल के गांव में ही ब्याही गई थी।जिसके चलते वह अपनी मां का हत्या का सुचना प्रकार अपने गांव रुको आई। मृतक बेटी और पति सीताराम का रो-रो कर बुरा हाल है। सावित्री सुबह 9:00 बजे तक अंतिम बार गांव में घूमते की गई थी।