आठ साल से बिछड़े बेटे को पुलिस ने मां से मिलाया, दोनों के साथ उपस्थित लोगों के आंखों में भी छलके खुशी के आंसू, परिजनों ने पुलिस का किया आभार व्यक्त

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न्यूज स्केल संवाददाता
प्रतापपुर (चतरा)। मोतिहारी जिले के रामगढ़वा थाना क्षेत्र निवासी यासीन मियां का पुत्र अली अकबर 8 वर्षों से बिछड़ कर भटक रहा था। उसे पुलिस ने खोजबीन करते हुए उसकी मां शायदा खातून, चचेरे भाई सिराजुल हक और उसके मामा को शनिवार को प्रतापपुर थाना परिसर में सौंप दिया। उसकी मां शारदा खातून ने बताया कि 8 साल पूर्व जब वह 14 वर्ष का था तभी वह घर से निकल कर भटक गया था। काफी खोज अपने स्तर से की, लेकिन नहीं मिला तो हम लोगों ने यह उम्मीद छोड़ दी थी कि जिंदा भी होगा। वही 14 वर्ष की आयु में अपने घर से बिछडा अली अब 22 वर्ष का हो चुका है। उसने बताया कि भटकने के क्रम में बिहार के कई शहरों भटकते हुए इमामगंज थाना क्षेत्र के मल्हारी, बांके बाजार, डुमरिया में रहने के बाद पिछले लगभग 6 माह से गजवा गांव थाना प्रतापपुर, जिला चतरा में इम्तियाज़ खान के घर में रह रहा था। इम्तियाज़ ने कहा कि इस दौरान कई लोगों ने इसपर अपना दावा ठोका। कि मेरे घर का लड़का है लेकिन मैं उन सबों को दरकिनार करते हुए अपने घर रखने के उपरांत पुलिस को सूचना देते हुए इसके घर तक पहुंचवाने की अपील की। पुलिस ने निवेदन को गंभीरता से लिया और परिजनों से मिलाने के लिए एएसआई वीरेंद्र तिवारी ने अहम भूमिका निभाते हुए मोतीहारी पुलिस से संपर्क कर उसके परिजनों को सूचना दी। उन्हें बुलाकर लगभग 8 वर्षों से बिछड़ कर जी रहे दोनों परिवारों को मिला दिया। इस मुलाक़ात में अली अकबर और उनकी मां के चेहरे पर ख़ुशी और आंखों में चमक थी। माता और पुत्र के मिलन के दृश्यको देखकर पुलिस कर्मियों सहित थाना परिसर में उपस्थिति व्यक्तियों के आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े थे। बिछड़े माता-पुत्र को मिलवाने में प्रतापपुर थाना प्रभारी कासिम अंसारी, सहायक अवर निरीक्षक वीरेंद्र तिवारी समेत अन्य पुलिस कर्मियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। अली अकबर को प्राप्त करने के बाद उसके परिजनों ने पुलिस टीम का आभार व्यक्त किया और कहा कि इनका यह एहसान कम है हमेशा शुक्रगुजार रहूंगा।