16 जून तक रैयती का मान्यता नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन होगाः सीपीआई अंचल मंत्री

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प्रभावित किसानों का मुआवजा की मांग को लेकर 17 वें दिन भी जारी रहा धरना

न्यूज स्केल संवाददाता
सिमरिया(चतरा): सिमरिया प्रखंड के इचाक खुर्द गांव से होकर गुजर रही शिवपुर-कठौतिया न्यु बीजी रेल लाइन के प्रभावित किसान मुआवजा की मांग को लेकर 17 वें दिन भी धरना पर बैठे रहे। धरना भाकपा अंचल परिषद के नेतृत्व में शिवपुर कठौतिया रेल लाइन किसान संघर्ष समिति के द्वारा किया जा रहा है। शुक्रवार को धरना स्थल पर बैठे भाकपा अंचल मंत्री गयानाथ पांडेय ने कहा कि 11 जून को प्रखंड मुख्यालय के किसान भवन में वाम मोर्चा की बैठक होगी. बैठक में रेलवे विभाग और प्रशासन के खिलाफ रणनीति तैयार की जाएगी। इसके बाद योजना बद्ध तरीके से आंदोलन किया जाएगा। 16 जून तक अगर गैर मजरूआ खास बंदोबस्त और भूदान जमीन को रैयती का मान्यता नहीं मिला तो पार्टी उग्र आंदोलन करेगी। जिसकी जवाबदेही इरकॉन कंपनी और प्रशासन के अधिकारी की होंगे। उन्होंने कहा कि इसके बाद प्रभावित सभी गांव के रैयत और वाम मोर्चा के लोग एकजुट होकर डीसी ऑफिस का घेराव किया जाएगा। वही धरना स्थल पर रैयत किसानों की एक बैठक अर्जुन कुमार की अध्यक्षता में हुई। बैठक में किसानों ने इरकॉन कंपनी के द्वारा प्रशासन पर दवाब बनाकर जमीन हड़पने की साजिश करने पर जमकर विरोध किया। किसानों ने कहा कंपनी के लोग यहां आकर जमीन लेकर तो दिखाए, उसका खामियाजा कंपनी को भुगतना पड़ेगा। किसान अपनी जमीन को छोड़ने वाले नही है। किसानों ने कहा कि मर मिट जाएंगे पर जमीन नहीं देंगे। किसान 17 दिन से धरना शांतिपूर्ण तरीके से करते आ रहे है। बावजूद इरकॉन कंपनी और प्रशासन की नींद नही खुली है। धरनास्थल पर अर्जुन कुमार, मोती दांगी, नरेश कुशवाहा, शंकर दांगी, गेंदों राणा, नंदेश्वर दांगी, सुधीर सिंह, राजेंद्र दांगी, जहुर मियां, सोना महतो, सुरेश दांगी, इजहार मियां, पुरन दांगी, प्रीतम दांगी, बढ़न दांगी, जैनुल मियां सहित कई किसान शामिल थे।