झारखण्ड/गुमला -बीते सोमवार को सड़क दुर्घटना में मौत हुई के रोहित उरांव के आक्रोशित परिजन व ग्रामीणो ने मंगलवार को चांदनी चौक में शव के साथ सड़क जामकर दिया. लगभग 2 घंटे तक सड़क जाम रहा वाहनों की लंबी कतार लग गई. परिजनों का कहना था कि पुलिस के बस ने मेरे बच्चों को रौंदा और मुड़कर देखा भी नहीं सीधे चलते बने यदि पुलिस ही ऐसा करेगी तो आम लोग क्या करेंगे. पुलिस और जगह पर लोगों को यह समझता है कि किसी का सड़क दुर्घटना होता है तो उसे अस्पताल तक पहुंचाएं पर खुद पुलिस यह काम नहीं कर रही है. साथ ही पुलिस अभी तक उक्त बस पर प्राथमिक की दर्ज भी नहीं की है पुलिस पूरे मामले को लीपापोती करने में लगी है. ग्रामीणों ने हिट एंड रन कानून के तहत कार्रवाई का मांग करते हुए सड़क जाम किया. जिसके बाद बीडीओ दिनेश कुमार, थानेदार अमित कुमार चौधरी एसआई अभिषेक कुमार दलबल के साथ घटनास्थल पहुंचे ग्रामीणों को काफी समझाया जिसके बाद थानेदार ने जामस्थल पर लिखित आश्वासन दिया कि इस घटना के संबंध में निष्पक्ष अनुसंधान करते हुए दुर्घटनाकारित पुलिस गाड़ी का पता लगाया जाएगा एवं दोषी चालक के विरुद्ध विधि संबंध कार्रवाई की जाएगी. साथ ही पीड़ित परिवार को जो भी सरकारी मुआवजा एवं लाभ मिलना होगा सभी प्रक्रिया में पीड़ित परिवार का पुनः सहयोग किया जाएगा. पीड़ित परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी दिलाने की दिशा में भी प्रयास किया जाएगा. इस दौरान पीड़ित परिवार को प्रखंड कार्यालय की और से 5 हजार तत्काल सहयोग के लिए जाम स्थल पर बीडीओ दिनेश कुमार ने दिया इसके बाद जाम छोड़ दिया गया।