
टंडवा (चतरा)। टंडवा प्रखंड क्षेत्र में संचालित मगध-संघमित्रा परियोजना से जुड़े सराढु, हेचाबलिया, उपकापानी, देवलगड्डा, कुंडी, मसिलोंग, आरा व चमातु के ग्रामीणों की बैठक रविवार को मेघनाथ यादव की अध्यक्षता में प्रदाहि स्कूल प्रांगण में हुई। जिसमें उपस्थित ग्रामीणों द्वारा गोलबंद होकर एक स्वर में सीसीएल के विरुद्ध सीसीएल प्रबंधन होश में आओ, नौकरी मुआवजा देना होगा, विस्थापन नीति का पालन करना होगा जैसे नारे लगाए। परियोजना क्षेत्र में विकास की दयनीय स्थिति व नौकरी मुआवजे को लेकर बिचौलियों द्वारा किये जा रहे फर्जीवाड़े से लोगों में घोर आक्रोश व्याप्त है। दूसरी ओर सराढू समेत अन्य गांवों से बगैर अनापत्ति लिये वन अतिक्रमण कर गाड़े जा रहे हाई टेंशन पोल के मामले में विस्तृत चर्चा के पश्चात विधिक कार्रवाई के साथ चरणबद्ध आंदोलन करने का निर्णय लिया गया। सराढू मुखिया सीता देवी ने कहा कि सीसीएल फूट डालो और शासन करो की नीति अपना कर विस्तार कर रही है। अपने अधिकारों की रक्षा के लिए संगठित होकर प्रतिकार करना हीं होगा। ग्रामीणों ने पारित प्रस्तावों को उपायुक्त व सीसीएल प्रबंधन को सौंपने का निर्णय लिया। मौके पर धनेश्वर उरांव, सुबोध सिंह, भीम साव, बैजनाथ साव, बिनोद गंझू, महेंद्र महतो, जीतन महतो, हीरा घासी, दिनेश उरांव, रवि कुमार, रतन साव, उपेंद्र यादव, सुभान मियां, मंगलदेव यादव, राजेन्द्र राम ,इकबाल मियां, धनेश्वर मुंडा, सुनील समेत अन्य मौजूद थे।