
कुंदा(चतरा)। सरकारी उदासीनता का दंश झेलते हुए जिले के अति उग्रवाद प्रभावित कुंदा प्रखंड अंतर्गत नवादा पंचायत के सिंदरी गांव के ग्रामीणों ने सामुदायिक एकता का मिसाल कायम करते हुए अपने निजी खर्च से सिंदरी आंगनबाड़ी केंद्र से राजेश गंझू के घर तक कच्चे सड़क को पोप्लेन मशीन की सहायता से मरम्मत कर आवागमन के लायक बनाया। इस सड़क के निर्माण से ग्रामीणों को आवागमन में काफी सुविधा होगी। इस कच्चे सड़क को आवागमन योग्य बनाने की पहल में समाजसेवी कमलदेव यादव समेत गांव के लोगों का अहम योगदान रहा। ग्रामीणों ने बताया कि कई वर्षों से वे सरकार से सड़क निर्माण की मांग कर रहे थे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मजबूर होकर उन्होंने अपने निजी खर्च से सड़क बनाने का निर्णय लिया। ग्रामीणों ने कहा कि अब उन्हें आवागमन में आसानी होगी और उनके बच्चों को स्कूल जाने में भी सुविधा होगी। ग्रामीणों ने सरकार से एक बार पुनः सड़क को पक्का बनाने की मांग की है।