राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर कृत्रिम मेधा के युग में मीडिया विषय पर चर्चा का आयोजन, उपायुक्त ने इलेक्ट्रोनिक एवं प्रिंट मीडिया के पत्रकारों को किया सम्मानित, कहा पत्रकारों की सुरक्षा के प्रति जिला प्रशासन हमेशा से संवेदनशील रहा है

0
267

राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर कृत्रिम मेधा के युग में मीडिया विषय पर चर्चा कार्यक्रम का आयोजन,
उपायुक्त ने इलेक्ट्रोनिक एवं प्रिंट मीडिया के पत्रकारों को किया सम्मानित, कहा पत्रकारों की सुरक्षा के प्रति जिला प्रशासन हमेशा से संवेदनशील रहा है

चतरा। राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर जिला सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा गुरुवार को समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में कृत्रिम मेधा (आर्टिफीसियल इंटेलीजेन्स) विषय पर चर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ उपायुक्त सहित पत्रकारों ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित कर किया। उपायुक्त श्री इमरान ने वर्तमान दौर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बढ़ते दखल और मीडिया में कृत्रिम मेधा के प्रभाव पर चर्चा करते हुए कहा की आज के समय में कृत्रिम मेधा मीडिया के अलावा जनसंचार के सभी क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है।

उन्होंने इसके सकारात्मक एवं नकारात्मक पक्षों के बारे में बताया। साथ ही कहा कि तकनीकी के इस बढ़ते युग मे स्वच्छ एवं बिना बाहरी तत्वों के प्रभाव में आये कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने पत्रकारिता के बदलते स्वरूप के बीच प्रतिस्पर्धा पर भी प्रकाश डाला। श्री अबु इमरान ने जिले के पत्रकारों से कहा कि आपकी सुरक्षा के प्रति भी जिला प्रशासन संवेदनशील है। आपकी किसी भी शिकायत पर प्रशासन त्वरित संज्ञान लेता है। वहीं एसडीपीओ अविनाश कुमार ने प्रेस काउंसिल एक्ट 1968 के प्रावधानों पर चर्चा करते हुए कहा की मीडिया में तकनीक का दखल बढ़ा है।

डीएसपी मुख्यालय केदार राम ने पत्रकारिता के क्षेत्र में कृत्रिम मेधा के बढ़ते प्रभाव पर विचार रखे। जिला परिवहन पदाधिकारी इंद्र कुमार ने मीडिया में चर्चित घटनाओं पर अपनी बात रखी। डीआरडीए निदेशक अरुण कुमार एक्का ने भी चर्चा में हिस्सा लेते हुए इस पर अपनी बातें रखी। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सभी पत्रकारों को उपहार के तौर पर कलम, डायरी और शॉल देकर उपायुक्त के द्वारा सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन अकाशवाणी के जिला संवाददात प्रशांत जयवर्धन ने संचालन किया। कार्यक्रम में उक्त के अलावे जिला जनसंपर्क पदाधिकारी शिवनंदन बड़ाईक, एपीआरओ शशिकांत सहाय आदि उपस्थित थे।