पुलिस ने बिष्णु साव हत्याकांड में तीन अपराधियों को किया गिरफ्तार, एसपी ने प्रेसवार्ता कर दी जानकारी, लकड़ी एवं लोहा के बने दो नकली बंदूक, कैमोफ्लेज कारतूस रखने वाला पाउच, टांगी, मोबाईल समेत अन्य सामान बरामद

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चतरा। पुलिस ने शनिवार को टंडवा थाना क्षेत्र के लेम्बुआ गांव निवासी बिष्णु साव हत्याकांड के तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार अपराधियों में टंडवा थाना क्षेत्र के लेम्बुआ निवासी रोहित कुमार साहू पिता रघु साव, सदर थाना क्षेत्र के सिन्दुवारी बधार निवासी राजु पासवान पिता बोधन पासवान और सदर थाना क्षेत्र के ही सलैया-बधार गांव के दीपक कुमार उर्फ छोटु पिता पोखन साव का नाम शामिल है। पुलिस ने गिरफ्तार अपराधियों के पास से लकड़ी एवं लोहा का बना हुआ नकली दो नाली बंदुक, 1 कैमोपलेज पजामा, दो कैमोफ्लेज कारतूस रखने वाला पाउच, 1 उनी टोपी, 1 हरा स्वेटर, काला रंग का गमछा एक पीस, जूता एक जोडी, दो टोपी, 1 हरा पजामा, 1 बांस का बेट लगा हुआ टांगी और दो स्मार्ट फोन मोबाईल बरामद किया है।

पुलिस अधीक्षक विकास कुमार पांडेय ने प्रेसवार्ता कर उपरोत जानकारी देते हुए बताया कि 02 फरवरी को वादी चंदन कुमार पिता स्व. भुनेश्वर साव के लिखित आवेदन पर ब्रजेश गंझू, आक्रमण गंझू, भीखन गंझू, राजेश दुरी सहित अन्य ग्यारह के विरुद्ध टंडवा थाना कांड संख्या 09/2025 में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। जिसमें आरोप है कि इनके पिता की हत्या उक्त उग्रवादी एवं अन्य लोगों द्वारा किया गया है। उक्त कांड के उदभेदन हेतु एसडीपीओ टंडवा के नेतृत्व एक विशेष अनुसंधान दल (एसआईटी) का गठन किया गया था। आगे बताया कि 07 फरवरी को पुलिस को गुप्त सूचना मिली की उक्त कांड में संलिप्त अपराधकर्मी रांची में छिप कर रह रहे हैं। इसके बाद गठित टीम द्वारा त्वरित कारवाई करते हुए उक्त कांड में संलिप्त तीन को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। एसपी ने आगे बताया कि रोहित कुमार साहू केरेडारी थाना के काड संख्या 57/2015 और राजु पासवान के विरुद्ध कटकमदाग थाना में काड संख्या 64/2016 दर्ज है। छापेमारी टीम में एसडीपीओ प्रभात रंजन बरवार, एसडीपीओ सिमरिया प्रदीप कुमार, टंडवा थाना प्रभारी उमेश राम, सिमरिया अंचल पुलिस निरीक्षक अनिल उरांव, पिपरवार थाना प्रभारी प्रशांत कुमार मिश्रा, सिमरिया थाना प्रभारी मानव मयंक, एसआई दिलेश्वर कुमार, आरक्षी प्रकाश कुमार यादव तकनीकी शाखा, आरक्षी बिरेन्द्र कुमार यादव, तकनीकी शाखा आदि शामिल थे।