
प्रतापपुर (चतरा)। पड़ रही प्रचंड गर्मी और सुख रहे जल स्रोत के कारण आम जन जीवन के साथ-साथ वन्य प्राणियों के लिए पेय जल का संकट दिखना शुरू हो गया है। प्रतापपुर वन प्रमंडल अंतर्गत सात वाहिनी गांव के समीप वाले जंगल में गुरुवार सुबह गहरे गड्ढे में गिरकर तड़पते ग्रामीणों ने देखा। जिसे देख ग्रामीण के दिल में दया के भाव जागृत हुवेऔर लोगो के सामूहिक प्रयास से नीलगाय को बाहर निकाल कर छोड़ा गया।
लोगों का अपनी प्यास बुझाने की तलाश में नीलगाय उसे गड्ढे में जमा पानी को पीने के लिए उतरा लेकिन ऐसा गिरा की फिर खुद से निकलना उसके लिए दुश्वार हो गया। वन्य जीवन की पेयजल कैसे उपलब्ध हो इस संदर्भ में बात किए जाने पर वन क्षेत्र पदाधिकारी अजीत राम ने संवाददाता को बताया कि वन्य जीव के पेयजल आसानी से उपलब्ध हो इसके लिए जंगलों में जगह-जगह पर चुआड़ीं खनवाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने आम लोगों से अपील किया है कि वन्य जीव जो पानी की तलाश भटक रहे हो या जंगल में यत्र तत्र घूम रहे हो उन्हें नहीं मारे बल्कि उनकी रक्षा करें। वहीं नीलगाय को सुरक्षित रूप से गहरे जलाशय से निकाल कर जंगल में छोड़े जाने की जानकारी मिलने के बाद वन कर्मी अंकित कुमार सिन्हा ने
कैलाश यादव, अजय यादव, सुरेंद्र यादव, संदीप कुमार यादव, अरुण यादव सहित सभी ग्रामीणों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जिन्होंने नीलगाय को गहरे जलाशय वाले गढ़े से निकलकर जंगल में छोड़ने का जो कार्य किया है ओ मानवता की मिसाल पेश की है जो सराहनीय और अनुकरणीय है।