
न्यूज स्केल संवाददाता
चतरा/सिमरिया/इटखोरी/गिद्धौर/प्रतापपुर। विद्या की देवी माता सरस्वती की पूजा-अर्चना माघ शुक्ल पक्ष बसंत पंचमी के अवसर पर सोमवार को पूरी आस्था, श्रद्धा के साथ चतरा जिला मुख्यालय सहीत सभी प्रखंडों में हुई। जिले के कुंदा, पत्थलगडा, प्रतापपुर, इटखोरी, मयूरहंड, गिद्धौर, सिमरिया व टंडवा आदि प्रखंडों में सरकारी एवं गैर सरकारी शिक्षण संस्थानों के अलावे विभिन्न क्लबों द्वारा माता की भव्य प्रतिमा व कलश स्थापित कर पूरे विधि-विधान एवं वैदिक मंत्रोचार के साथ पूजा-अर्चना की गई। इस दौरान माता की स्तुति, वंदना, आरती एवं वैदिक मंत्रोचार से पूरा क्षेत्र गूंज उठा। पूजा के पूर्व माता के पट खुलते ही दर्शन और पूजन के लिए विशेषकर बच्चों व युवाओं की भीड़ उमड़ पड़ी। सभी ने माता के समक्ष नतमस्तक हो विद्या का वर मांग ज्ञान, विद्या एवं यश की कामना की।
पूजा-पाठ का सिलसिला सुबह से देर शाम तक जारी रहा। पत्थलगडा में शांति व्यवस्था को लेकर बीडीओ कुलेंद्र साहु, सीओ उदल राम, थाना प्रभारी आलोक रंजन चौधरी के साथ क्षेत्र का भ्रमण कर विभिन्न पूजा पंड़ालों का जायजा लिया और पूजा समिति के अध्यक्षों व सदस्यों को कई दिशा निर्देश दिए। सिमरिया प्रखंड अंतर्गत पुराना अखाडा बजारटांड, श्रीरामकृष्ण परमहंस केन्द्रिय विद्यालय सिमरिया, अनुसूचित जाति बालिका उच्च विद्यालय सिमरिया, राज्य सम्पोसित प्लस टू उच्च विद्यालय सिमरिया सहित विभिन्न कल्बो एवं विद्यालयों में माता सरस्वती की पूजा अर्चना की जा रही है। प्रतापपुर (चतरा) प्रखंड क्षेत्र में बसंत पंचमी के अवसर पर मां सरस्वती की पूजा बड़े हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया। सरकारी एवं निजी विद्यालयों में तथा अपने-अपने मोहल्ले में मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित कर बड़े ही भक्ति भाव के साथ पूजा की गई। प्रीमीयर अकैडमी प्रतापपुर, कन्या मध्य विद्यालय प्रतापपुर, मध्य विद्यालय ,प्रतापपुर प्लस टू हाई स्कूल प्रतापपुर, उत्क्रमित मध्य विद्यालय गोमें सहित लगभग सभी विद्यालयों में मां सरस्वती की पूजा अर्चना की गई। गिद्धौर (चतरा) प्रखंड के दर्जनों विद्यालय एवं क्लबों में ज्ञान की माता सरस्वती की पूजा धूमधाम से की गई। पूजा अर्चना के बाद मंगलवार को माता की प्रतिमा का विसर्जन भी किया जाएगा। इटखोरी प्रखंड के सभी विद्यालयों में बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर मां सरस्वती की पूजा धूमधाम से संपन्न हुई। विद्यालय के प्राचार्य ने बताया कि यह परंपरा पिछले कई वर्षों से निरंतर जारी है और हर वर्ष पूरे श्रद्धा भाव से मां सरस्वती की पूजा होती है। पूजा के दौरान छात्र-छात्राओं ने भजन और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।