झारखंड में पहले चरण की 43 सीटों पर 64.86 प्रतिशत मतदान, खरसावां में सर्वाधिक 77.32 फीसदी वोटिंग

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रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के लिए पहले चरण के तहत 43 सीटों पर बुधवार को मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक कुल 64.86 फीसदी मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया। यह शाम पांच बजे तक का आंकड़ा है। फाइनल आंकड़े में कुछ प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सकती है। खास बात यह रही कि दशकों तक नक्सल प्रभावित रहे इलाकों में बंपर वोटिंग हुई। प्रायः सभी क्षेत्रों में महिला और युवा मतदाताओं में जबरदस्त उत्साह देखा गया।
बुधवार को धुर्वा के निर्वाचन सदन में झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार व राज्य पुलिस नोडल पदाधिकारी एवी होमकर ने संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए चुनाव संबंधी जानकारी दी। राज्य पुलिस नोडल पदाधिकारी एवी होमकर ने बताया कि चाईबासा में नक्सलियों ने मतदान प्रभावित करने का प्रयास किया था, लेकिन उनके मंसूबे ध्वस्त कर दिए गए। अव्यवस्था फैलाने के आरोप में छह मामले दर्ज किए गए हैं।
झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के प्रथम चरण के मतदान में 2249 बूथ नक्सल प्रभावित थे, जहां शांतिपूर्ण चुनाव कराना बड़ी चुनौती थी। इसके लिए सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किये गये थे। 600 कंपनी अर्द्धसैनिक बल, 60 कंपनी राज्य सशस्त्र बल, 15291 राज्य पुलिस के जवान और लगभग 14000 होमगार्ड की तैनाती की गयी थी। साथ ही पहले चरण में 286 बूथ शैडो एरिया में थे, जहां संचार की अलग व्यवस्था करनी पड़ी। 225 बूथों पर मतदानकर्मियों को हेलीड्रॉपिंग के माध्यम से पहुंचाया गया था।

रांची विधानसभा सीट पर सबसे कम 51.50 फीसदी मतदान

चुनाव आयोग के टर्न आउट एप के मुताबिक विधानसभावार मतदान प्रतिशत पर निगाह डालें तो कोल्हान प्रमंडल की खरसावां सीट पर सबसे ज्यादा 77.32 प्रतिशत वोट पड़े हैं जबकि रांची शहरी विधानसभा क्षेत्र में सबसे कम 51.50 मतदाताओं ने ही मताधिकार का इस्तेमाल किया है। जिन अन्य सीटों पर 70 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ है, उसमें बहरागोड़ा में 76.15, लोहरदगा में 73.21, मांडर में 72.13, पोटका में 72.29, सरायकेला में 71.54, सिसई में 71.21 और बिशुनपुर में 70.06 प्रतिशत वोट रिकॉर्ड किया गया है।

इस चरण में 20 सीट अनुसूचित जनजाति और 6 सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं, जबकि 17 सीटें सामान्य हैं। मतदान संपन्न होने के साथ ही कुल 683 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है।

पहले चरण के प्रमुख प्रत्याशियों में पूर्व सीएम चंपई सोरेन, उनके पुत्र बाबूलाल सोरेन, झारखंड सरकार के छह मंत्रियों डॉ. रामेश्वर उरांव, मिथिलेश ठाकुर, बन्ना गुप्ता, दीपक बिरुआ, बैद्यनाथ राम और रामदास सोरेन, पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा, ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास की बहू पूर्णिमा दास साहू, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीपी सिंह, पूर्व मंत्री सरयू राय, कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रहे पूर्व आईपीएस डॉ. अजय कुमार, राज्यसभा की सांसद डॉ. महुआ माजी, पूर्व सीएम मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा, पूर्व मंत्री भानु प्रताप शाही, डॉ नीरा यादव आदि शामिल हैं।

गौरतलब है कि इस चरण में मतदान के लिए 15,344 मतदान केंद्र बनाए गए थे, जहां सुबह सात बजे से मतदान शुरू हुआ था। राज्य में 950 मतदान केंद्र ऐसे रहे, जहां शाम चार बजे तक मतदान कराया गया। निर्वाचन आयोग ने अति संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा की दृष्टि से यह निर्णय लिया था।