
मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ शिक्षा के प्रति किया जा रहा प्रोत्साहित
मयूरहंड (चतरा)। जिले के मयूरहंड प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत करमा में लगभग 43 बिरहोर परिवार निवास करते हैं। जबकी कुल 177 आबादी है। यह आदिम जनजाति (बिरहोर) परिवार सर छुपाने से लेकर अन्य बुनियादी सुविधाओं से अभिवंचित रह रहे थे। परंतु उपयुक्त रमेश घोलप के निर्देशानुसार जनवरी 2025 में बीडीओ मनीष कुमार के नेतृत्व में बिरहोर परिवारो को उत्थान के लिए एक्शन प्लान के तहत सर्वे कार्य प्रारम्भ किया गया। इस कार्यक्रम के तहत शिविर आयोजित कर हर बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने को लेकर सर्वे कर मास्टर प्लान तैयार किया गया। ऐसे में बीडीओ के सराहनीय प्रयास से बिरहोर परिवार को सर छुपाने से लेकर अन्य बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। तीन माह के अंदर बिरहोर परिवारों को 107 जाती प्रमाण पत्र, 112 आवासीय प्रमाण पत्र, 05 आय प्रमाण पत्र, 77 आधार कार्ड निर्गत किया गया। 43 परिवार में 30 को आवास मुहैया कराने के साथ ढलाई तक कार्य प्रगति पर है। वहीं न्यू 8 परिवार को आवास की प्रथम किश्त की राशि भेजी गई और कार्य प्रगति पर है। शेष 5 परिवार को आवास उपलब्ध कराने को लेकर जरूरत अनुरूप कागजात लेकर निर्गत किया जा रहा है। वहीं 39 परिवार को बैंक खाता खुलवाकर शतप्रतिशत परिवार को पेंशन योजना के साथ राशनकार्ड का लाभ दिया जा रहा है। इसके अलावा 77 परिवार को जन्म प्रमाणपत्र निर्गत किया गया है। रोजगार से जोड़ने को लेकर 43 जॉबकार्ड निर्गत कर मनरेगा के तहत 12 योजनाएं चलाई जा रही है। जिसमें ईसीबी एवं दीदी बाड़ी योजना शामिल है। शतप्रतिशत परिवार को स्वयं सहायता समूह से जोड़ा गया है। वहीं 32 बच्चों का प्राथमिक विद्यालय एवं 4 बच्चों का आठवीं कक्षा में नामांकन दर्ज कराया गया है। बीडीओ ने बताया की 43 बिरहोर परिवार को 21 एकड भूमि सेटलमेंट पटा निर्गत किया गया है। हर क्षेत्र में प्रशासन द्वारा कार्य की जा रही है ताकि बिरहोर परिवारो को बुनियादी सुविधाओं के अलावा शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी पंक्ति में लाया जा सके।