आंशिक संशोधनः झारखंड की नई केबीनेट, देखें किसे क्या मिला, मंत्रियों में वि‍भागों का बंटवारा, पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भाई को मिली बड़ी जिम्‍मेदारी

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सत्यानंद भोक्ता व मिथिलेश ठाकुर मिला एक-एक अतिरिक्त विभाग, बेबी देवी को उत्पाद एवं मद्य निषेध की जगह महिला एवं बाल विकास विभाग की जिम्मेदारी

विभागों के आवंटन की अधिसूचना में देर रात किया गया आंशिक संशोधन

न्यूज स्केल डेस्क
रांची। शुक्रवार को झारखंड में मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार तथा मंत्रियों के शपथ ग्रहण के बाद विभागों का भी बंटवारा कर दिया गया है। गृह, कार्मिक सहित वैसे विभाग मुख्यमंत्री ने अपने पास रखे हैं, जो किसी मंत्री को आवंटित नहीं हुए हैं। जिसमें उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग तथा स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग भी सम्मिलित है।

मंत्री सत्यानंद भोक्ता तथा मिथिलेश ठाकुर को इस सरकार में एक-एक अतिरिक्त विभाग क्रमशः उद्योग तथा उत्पाद एवं मद्य निषेध भी मिला है। वहीं आलमगीर आलम, रामेश्वर उरांव, बादल, बन्ना गुप्ता तथा हफीजुल हसन के विभाग में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है।

पूर्व मुख्यमंत्री के भाई बसंत सोरेन को मिले महत्‍वपूर्ण विभाग

बेबी देवी को उत्पाद एवं मद्य निषेध की जगह महिला एवं बाल विकास विभाग की जिम्मेदारी मिली है। पहली बार मंत्री बने हेमंत सोरेन के छोटे भाई बसंत सोरेन को पथ निर्माण, भवन निर्माण तथा जल संसाधन जैसे महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। दीपक बिरूआ को वैसे विभाग दिए गए हैं, जो हेमंत सरकार में चम्पाई सोरेन के पास थे।
ज्ञात हो कि मंत्रिमंडल समन्वय विभाग द्वारा शुक्रवार को ही रात में विभागों के आवंटन संबंधित अधिसूचना में आंशिक संशोधन किया गया। पूर्व में जारी अधिसूचना में आलमगीर आलम को संसदीय कार्य विभाग नहीं दिया गया था, जबकि दो फरवरी को जारी अधिसूचना में उन्हें यह विभाग मिला था। आंशिक संशोधन में उन्हें अन्य विभागों के अलावा उक्त विभाग भी दे दिया गया।

कौन सा विभाग किसे मिले

चम्पाई सोरेन, मुख्यमंत्री को कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग, गृह (कारा सहित) विभाग, मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग तथा वैसे सारे विभाग जो अन्य मंत्रियों का आवंटित नहीं है। आलमगीर आलम को ग्रामीण विकास विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग, पंचायती राज विभाग तथा संसदीय कार्य विभाग।सत्यानंद भोक्ता को श्रम नियोजन प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग तथा उद्योग विभाग। रामेश्वर उरांव को वित्त विभाग, योजना एवं विकास विभाग, वाणिज्य कर विभाग, खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग। दीपक बिरूआ को अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग (अल्पसंख्यक कल्याण को छोड़कर) तथा परिवहन विभाग। बन्ना गुप्ता को स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग तथा आपदा प्रबंधन विभाग।बादल पत्रलेख को कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग। मिथिलेश ठाकुर को पेयजल एवं स्वच्छता विभाग तथा उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग। बसंत सोरेन को पथ निर्माण विभाग, भवन निर्माण विभाग, जल संसाधन विभाग। हफीजुल हसन को अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, निबंधन विभाग, पर्यटन, कला-संस्कृति, खेल-कूद एवं युवा कार्य विभाग। बेबी देवी को महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग।